ऋग्वैदिक काल में 274 मिट्टी की मुहरें बसाढ़ (प्रारम्भिक वैशाली) स्थान से मिली हैं।
मोहनजोदड़ो में 500 से अधिक मुहरें प्राप्त हुई थी।