निजी क्षेत्र के बैंक में अधिकतम 49 प्रतिशत विदेशी निवेश की अनुमति भारत सरकार ने प्रदान की है।
निवेश की दृष्टि से भारतीय अर्थव्यवस्था का सबसे बड़ा उद्योग लौह-इस्पात है।
लघु उद्योग के लिए संयंत्र एवं मशीनरी में निवेश की ऊपरी या उच्चतम सीमा वर्तमान में एक करोड़ निर्धारित की गई है।