ओस्टवाल्ड तनुता नियम क्या है?
ओस्टवाल्ड तनुता नियम सन् 1888 में जर्मन रसायनज्ञ विल्हेम ओस्टवाल्ड द्वारा प्रस्तावित नियम है जिसके अनुसार किसी दुर्बल विद्युत अपघट्य की वियोजन की मात्रा उसकी तनुता के वर्गमूल के अनुक्रमानुपाती होती है।