कार्बोलिक अम्ल के द्वारा p-ब्रोमो फिनॉल का निर्माण कार्बोलिक अम्ल को ब्रोमीन के साथ 0°C ताप पर कार्बन डाइसल्फाइड से क्रिया कराने पर होता है।
कार्बोलिक अम्ल के द्वारा p-ब्रोमो फिनॉल का निर्माण कैसे होता है?
फिनॉल के द्वारा p-ब्रोमो फिनॉल का निर्माण कैसे होता है?
फिनॉल के द्वारा p-ब्रोमो फिनॉल का निर्माण फिनॉल को ब्रोमीन के साथ 0°C ताप पर कार्बन डाइसल्फाइड से क्रिया कराने पर होता है।
फिनॉल को ब्रोमीन के साथ 0°C ताप पर कार्बन डाइसल्फाइड से क्रिया कराने पर o-ब्रोमो फिनॉल एवं p-ब्रोमो फिनॉल का निर्माण होता है।
फेनोलिक अम्ल के द्वारा p-ब्रोमो फिनॉल का निर्माण कैसे होता है?
फेनोलिक अम्ल के द्वारा p-ब्रोमो फिनॉल का निर्माण फेनोलिक अम्ल को ब्रोमीन के साथ 0°C ताप पर कार्बन डाइसल्फाइड से क्रिया कराने पर होता है।
फेनोलिक अम्ल को ब्रोमीन के साथ 0°C ताप पर कार्बन डाइसल्फाइड से क्रिया कराने पर o-ब्रोमो फिनॉल एवं p-ब्रोमो फिनॉल का निर्माण होता है।
बेन्जेनॉल के द्वारा p-ब्रोमो फिनॉल का निर्माण कैसे होता है?
बेन्जेनॉल के द्वारा p-ब्रोमो फिनॉल का निर्माण बेन्जेनॉल को ब्रोमीन के साथ 0°C ताप पर कार्बन डाइसल्फाइड से क्रिया कराने पर होता है।
बेन्जेनॉल को ब्रोमीन के साथ 0°C ताप पर कार्बन डाइसल्फाइड से क्रिया कराने पर o-ब्रोमो फिनॉल एवं p-ब्रोमो फिनॉल का निर्माण होता है।