जैन अनुश्रुतियों के अनुसार पार्श्वनाथ को 100 वर्ष की आयु में निर्वाण प्राप्त हुआ था।
जैन अनुश्रुतियों के अनुसार पार्श्वनाथ को कितने वर्ष की आयु में निर्वाण प्राप्त हुआ था?
जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर पार्श्वनाथ थे।
जैनधर्म के 23वें तीर्थंकर पार्श्वनाथ किसके पुत्र थे?
जैनधर्म के 23वें तीर्थंकर पार्श्वनाथ व काशी के इक्ष्वाकु वंशीय राजा अश्वसेन के पुत्र थे।
पार्श्वनाथ के जन्म का परम्परागत वर्ष 850 ईसा पूर्व था।
पार्श्वनाथ के जन्म का परम्परागत वर्ष क्या था?
पार्श्वनाथ के द्वारा दी गयी शिक्षा कौन-कौन सी थी?
पार्श्वनाथ के द्वारा दी गयी शिक्षा हिंसा न करना, सदा सत्य बोलना, चोरी न करना तथा सम्पत्ति न रखना था।
पार्श्वनाथ को जैन अनुश्रुतियों के अनुसार निर्वाण कहां पर प्राप्त हुआ था?
पार्श्वनाथ को जैन अनुश्रुतियों के अनुसार निर्वाण सम्मेद पर्वत पर प्राप्त हुआ था।
पार्श्वनाथ कौन थे?
पार्श्वनाथ जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर थे।
पार्श्वनाथ ने 30 वर्ष की अवस्था में संन्यास-जीवन को स्वीकारा था।
पार्श्वनाथ ने कितनी वर्ष की अवस्था में संन्यास-जीवन को स्वीकारा था?