पृथ्वी सदैव अपने अक्ष पर पश्चिम से पूर्व दिशा में लट्टू की तरह घूमती रहती है, जिसे पृथ्वी का घूर्णन या परिभ्रमण कहते हैं।
शीतोष्ण कटिबंधीय चक्रवात प्रायः पश्चिम से पूर्व दिशा में चलते हैं।