दिष्टकारी को 2 वर्गों में बाँटा जा सकता है।
पूर्ण-तरंग दिष्टकारी का उपयोग प्रत्यावर्ती धारा (AC) के पूरे चक्र को डायरेक्ट वोल्टेज (DC) में परिवर्तित करने के लिए किया जाता है। पूर्ण-तरंग दिष्टकरण के लिये दो डायोड प्रयुक्त किये जाते हैं।
पूर्ण-तरंग दिष्टकारी क्या है?