अथर्ववेद सभा एवं समिति को प्रजापति की दो पुत्रियां कहा गया है।
उत्तरवैदिक काल में इन्द्र के स्थान पर सर्वाधिक प्रिय देवता प्रजापति थे।
किस वेद में सभा एवं समिति को प्रजापति की दो पुत्रियां कहा गया है?