19 जनवरी, 2021 को प्रसिद्ध कवि नरेंद्र लूथर का निधन हुआ था।
किस असमिया भाषा के प्रसिद्ध कवि ने मूर्तिपूजा और कर्मकांड दोनों का विरोध किया था?
बलबन के दरबार में फारसी के प्रसिद्ध कवि अमीर खुसरो तथा अमीर हसन रहते थे।
शंकरदेव असमिया भाषा के प्रसिद्ध कवि ने मूर्तिपूजा और कर्मकांड दोनों का विरोध किया था।
संस्कृत के प्रसिद्ध कवि लक्ष्मीधर गहड़वाल वंश के शासक जयचन्द्र के दरबार में रहते थे।