एक अभिकारक अणु की सान्द्रता पर निर्भर करने वाली अभिक्रिया को प्रथम कोटि अभिक्रिया कहते है।
किसी प्रथम कोटि अभिक्रिया का विशिष्ट दर नियतांक किस तापमान पर निर्भर करता है।
किसी प्रथम कोटि अभिक्रिया का विशिष्ट दर नियतांक किस पर निर्भर करता है?
किसी प्रथम कोटि अभिक्रिया के 90 प्रतिशत पूर्ण होने में लगने वाला समय क्या होगा?
किसी प्रथम कोटि अभिक्रिया के 90 प्रतिशत पूर्ण होने में लगने वाला समय लगभग अर्द्ध-आयु का 3.3 गुना होगा।
किसी प्रथम कोटि अभिक्रिया के लिए अर्द्ध-आयुकाल 693 सेकण्ड है, तो इस अभिक्रिया के लिए वेग स्थिरांक का मान …
किसी प्रथम कोटि अभिक्रिया के लिए अर्द्ध-आयुकाल 693 सेकण्ड है, तो इस अभिक्रिया के लिए वेग स्थिरांक का मान क्या होगा?
जिन रासायनिक अभिक्रियाओं का वेग, केवल एक अभिकारक अणु की सान्द्रता से प्रभावित होता है, उस अभिक्रिया को प्रथम कोटि अभिक्रिया कहते है।
प्रथम कोटि अभिक्रिया किसे कहा जाता है?
प्रथम कोटि अभिक्रिया के अर्द्ध-आयुकाल …
प्रथम कोटि अभिक्रिया के अर्द्ध-आयुकाल का मान 0.693/k होता है।
प्रथम कोटि अभिक्रिया के अर्द्ध-आयुकाल का मान कितना होता है?
प्रथम कोटि अभिक्रिया के अर्द्ध-आयुकाल को किससे निरूपित किया जाता है?
प्रथम कोटि अभिक्रिया के उदाहरण …
प्रथम कोटि अभिक्रिया के उदाहरण कौन-कौन से हैं?
प्रथम कोटि अभिक्रिया के लिए अर्द्ध परिवर्तन में लगने वाला समय …
प्रथम कोटि अभिक्रिया के लिए अर्द्ध परिवर्तन में लगने वाला समय क्या होगा?
प्रथम कोटि अभिक्रिया के लिए समाकलित वेग समीकरण …
प्रथम कोटि अभिक्रिया के लिए समाकलित वेग समीकरण क्या होगा?
प्रथम कोटि अभिक्रिया क्या है?
प्रथम कोटि अभिक्रिया वह रासायनिक अभिक्रिया है जिसमें अभिक्रिया की दर अभिकारक की सांद्रता के समानुपाती होती है।
प्रथम कोटि शून्य कोटि अभिक्रियाओं की इकाई, मोलरता M के सन्दर्भ में क्रमशः …
प्रथम कोटि शून्य कोटि अभिक्रियाओं की इकाई, मोलरता M के सन्दर्भ में क्रमशः क्या होगी?
वह रासायनिक अभिक्रिया जिसका वेग एक अभिकारक के अणु की सान्द्रता बढ़ने पर या घटने पर प्रभावित होती है, उस अभिक्रिया को प्रथम कोटि अभिक्रिया कहते है।
वह रासायनिक अभिक्रिया जिसकी दर अभिकारक की सांद्रता के समानुपाती होती है अर्थात् अभिक्रिया का वेग एक अभिकारक के अणु की सान्द्रता बढ़ने पर या घटने पर प्रभावित होती है, उस अभिक्रिया को प्रथम कोटि अभिक्रिया कहा जाता है।
वह रासायनिक अभिक्रिया जिसकी दर अभिकारक की सांद्रता के समानुपाती होती है, उसे प्रथम कोटि अभिक्रिया कहते है।