प्रेरकत्व

5 हेनरी प्रेरकत्व और 10 ओम प्रतिरोध के परिपथ में 15 वोल्ट का विद्युत वाहक बल लगाया गया है। समय t = ∞ और t = 1 सेकण्ड पर प्रवाहित होने वाली धाराओं का अनुपात …

5 हेनरी प्रेरकत्व और 10 ओम प्रतिरोध के परिपथ में 15 वोल्ट का विद्युत वाहक बल लगाया गया है। समय t = ∞ और t = 1 सेकण्ड पर प्रवाहित होने वाली धाराओं का अनुपात कितना होगा?

8.4 mH प्रेरकत्व व 6 Ω प्रतिरोध की एक कुण्डली 12 V की बैटरी से जुड़ी है। कुण्डली में 1 A धारा जिस समय प्रवाहित होगी वह कितना होगा?

8.4 mH प्रेरकत्व व 6 Ω प्रतिरोध की एक कुण्डली 12 V की बैटरी से जुड़ी है। कुण्डली में 1 A धारा जिस समय प्रवाहित होगी वह लगभग 1 मिली सेकण्ड होगा।

एक AC परिपथ में 0.5 H प्रेरकत्व का एक प्रेरक तथा 8 µF धारिता का एक संधारित्र श्रेणीक्रम में जुड़े हैं। परिपथ में धारा अधिकतम होगी, जब स्त्रोत की कोणीय आवृत्ति 500 रेडियन/से होगी।

एक AC परिपथ में 0.5 H प्रेरकत्व का एक प्रेरक तथा 8 µF धारिता का एक संधारित्र श्रेणीक्रम में जुड़े हैं। परिपथ में धारा अधिकतम होगी, जब स्त्रोत की कोणीय आवृत्ति कितनी होगी?

एक श्रेणी परिपथ में 50 ओम का प्रतिरोध, 1 mH प्रेरकत्व का एक 10 µF का संधारित्र जुड़े हुए हैं। प्रेरकत्व तथा संधारित्र के प्रतिघात समान हैं। इनमें से किसी एक का प्रतिघात 10 ओम होगा।

एक श्रेणी परिपथ में 50 ओम का प्रतिरोध, 1 mH प्रेरकत्व का एक 10 µF का संधारित्र जुड़े हुए हैं। प्रेरकत्व तथा संधारित्र के प्रतिघात समान हैं। इनमें से किसी एक का प्रतिघात कितना होगा?

चोक कुण्डली का प्रेरकत्व उच्च होता है।

चोक कुण्डली का प्रेरकत्व कैसा होता है?

प्रेरकत्व के सिरों पर विभवान्तर …

प्रेरकत्व के सिरों पर विभवान्तर को किससे प्रदर्शित किया जाता है?

प्रेरकत्व के सिरों पर विभवान्तर धारा से 90° अग्रगामी होता है।

प्रेरकत्व के सिरों पर विभवान्तर धारा से कितना अग्रगामी होता है?

प्रेरकत्व क्या है?

प्रेरकत्व, फ्लक्स बंधता तथा धारा का अनुपात है …

यदि एक प्रेरक का फ्लक्स दूसरे प्रेरक से सम्बद्ध हो जाये तब अन्योन्य प्रेरकत्व महत्वपूर्ण स्थान ले लेता है …

यदि एक प्रेरक का फ्लक्स दूसरे प्रेरक से सम्बद्ध हो जाये तब अन्योन्य प्रेरकत्व महत्वपूर्ण स्थान ले लेता है। इस स्थिति में श्रेणी क्रम में कुण्डलियों के युग्मों का तुल्य प्रेरकत्व ज्ञात करने का सूत्र …

यदि एक प्रेरक का फ्लक्स दूसरे प्रेरक से सम्बद्ध हो जाये तब अन्योन्य प्रेरकत्व महत्वपूर्ण स्थान ले लेता है। इस स्थिति में श्रेणी क्रम में कुण्डलियों के युग्मों का तुल्य प्रेरकत्व ज्ञात करने का सूत्र क्या होगा?

समानान्तर क्रम में जोड़े जाने पर दो प्रेरकों का तुल्य प्रेरकत्व 2.4 हेनरी होता है और श्रेणी क्रम में जोड़े जाने पर 10 हेनरी है। दोनों प्रेरकों का अन्तर 2 हेनरी होगा।

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