पुलुमावी ने दक्षिणापथेश्वर की उपाधि धारण की थी।
शक महाक्षत्रप रुद्रदामन की पुत्री का विवाह वाशिष्ठी पुत्र पुलुमावी से हुआ था।
सातवाहनों का पुनरुत्थान गौतमी पुत्र शातकर्णी तथा वाशिष्ठी पुत्र पुलुमावी के अधीन हुआ था।