मौर्य के पहले का इतिहास तथा मौर्ययुगीन राजनीतिक अवस्था की जानकारी अष्टाध्यायी पुस्तक से प्राप्त होती है।
सामंतवाद के दो मौलिक विचार प्रत्येक व्यक्ति का कोई स्वामी होना चाहिए, जो उसकी रक्षा कर उसके बदले में सेवा करा सके, तथा सभी राजनीतिक एवं सामाजिक संबंधों का आधार भू-नियंत्रण था।