अण्डमान-निकोबार, अराकान तथा पेगू को चोल शासक राजेन्द्र प्रथम ने विजित किया था।
गंगा घाटी की विजय के उपलक्ष्य में चोल शासक राजेन्द्र प्रथम ने कौन सी उपाधि धारण की थी?
गंगा घाटी की विजय के उपलक्ष्य में चोल शासक राजेन्द्र प्रथम ने गंगईकोण्ड चोल की उपाधि धारण की थी।
चोल शासक राजेन्द्र प्रथम का शासनकाल 1014 ई० से 1044 ई० तक था।
चोल शासक राजेन्द्र प्रथम के समय श्रीविजय साम्राज्य का शासक कौन था?
चोल शासक राजेन्द्र प्रथम के समय श्रीविजय साम्राज्य का शासक संग्राम विजयोतुंग था।
चोल शासक राजेन्द्र प्रथम ने अपनी नई राजधानी कहां बनाई थी?
चोल शासक राजेन्द्र प्रथम ने अपनी नई राजधानी गंगईकोण्डचोलपुरम् में बनाई थी।
चोल शासक राजेन्द्र प्रथम ने बंगाल विजय के उपरान्त सोलह मील लम्बा किस तालाब का निर्माण करवाया था?
चोल शासक राजेन्द्र प्रथम ने बंगाल विजय के उपरान्त सोलह मील लम्बा चोलगंगम तालाब का निर्माण करवाया था।
चोल शासक राजेन्द्र प्रथम ने राजदूत मंडल को चीन 1016 ई० और 1033 ई० को भेजा था।
चोल शासक राजेन्द्र प्रथम ने राजदूत मंडल को चीन कब भेजा था?
चोल साम्राज्य का सर्वाधिक विस्तार राजेन्द्र प्रथम के शासनकाल में हुआ था।
राजेन्द्र प्रथम किस वंश का शासक था?
राजेन्द्र प्रथम चोल वंश का शासक था।
राजेन्द्र प्रथम ने किस उपाधि को धारण किया था?
राजेन्द्र प्रथम ने गंगैकोण्ड चोल की उपाधि को धारण किया था।
विशिष्टाद्वैत के प्रवर्तक रामानुजाचार्य चोल शासक राजेन्द्र प्रथम के समकालीन थे।
श्रीलंका के शासक महेन्द्र पंचम को चोल शासक राजेन्द्र प्रथम ने बन्दी बनाया था।
श्रीलंका में बौद्ध विहारों को चोल शासक राजेन्द्र प्रथम ने नुकसान पहुंचाया था।