ऋग्वेद की ऋचाओं के पढ़ने वाले ऋषि को ‘होतृ’ कहते है।
ऋग्वेद के 8वें मंडल कि हस्तलिखित ऋचाओं को खिल कहा जाता है।
ऋग्वेद में इन्द्र के लिए 250 ऋचाओं की रचना की गई है।
ऋग्वेद में इन्द्र के लिए कितनी ऋचाओं की रचना की गई है?
गायी जा सकने वाली ऋचाओं का संकलन सामवेद में मिलता है।