ऋग्वेद में अग्नि के लिए 200 ऋचाओं की रचना की गई है।
ऋग्वेद में भगवान इन्द्र के लिए 250 ऋचाओं की रचना की गई है।
सामवेद में कुल 1549 ऋचायें हैं।