ऋणायन ऐसा आयन है जो ऋण आवेशित होता है।
ऋणायन की आयनिक त्रिज्या उसके संगत परमाणु त्रिज्या से अधिक होती है।
ऋणायन की आयनिक त्रिज्या उसके संगत परमाणु त्रिज्या से कैसी होती है?
ऋणायन क्या है?
किसी धातु में विद्युत क्षेत्र उत्पन्न करने पर दो आवेशित भाग ऋणायन एवं धनायन में अपघटित होना विद्युत अपघटन कहलाता है।