अमीरों ने इल्तुतमिश का उत्तराधिकारी ‘रुक्नुद्दीन फिरोज’ को बनाया था।
रुक्नुद्दीन फिरोज के शासन की बागडोर उसकी माँ शाहतुर्कान के हाथ में थी।