जिले का प्रशासनिक अधिकारी स्थानिक समाहर्ता के अधीन होता था।
प्रदेष्ट्रि नामक अधिकारी समाहर्ता के अधीन होता था।
मौर्य प्रशासन के केन्द्रीय अधिकारी तंत्र में राजस्व विभाग के प्रधान अधिकारी को समाहर्ता कहते थे।