ऋग्वेद का आठवां मण्डल कण्व और आंगिरस वंश को समर्पित है।
प्रसिद्ध गायत्री मंत्र सूर्य देवता सावित्री को समर्पित है।
मिनहाजुद्दीन सिराज ने अपनी ‘तबकात-ए-नासिरी’ नासिरुद्दीन को समर्पित की थी।