एक AC परिपथ में 0.5 H प्रेरकत्व का एक प्रेरक तथा 8 µF धारिता का एक संधारित्र श्रेणीक्रम में जुड़े हैं। परिपथ में धारा अधिकतम होगी, जब स्त्रोत की कोणीय आवृत्ति 500 रेडियन/से होगी।
एक AC परिपथ में 0.5 H प्रेरकत्व का एक प्रेरक तथा 8 µF धारिता का एक संधारित्र श्रेणीक्रम में जुड़े हैं। परिपथ में धारा अधिकतम होगी, जब स्त्रोत की कोणीय आवृत्ति कितनी होगी?
एक आवेशित बेलनाकार संधारित्र के वलयाकार अन्तराल में वैद्युत क्षेत्र की तीव्रता E का परिमाण 1/दूरी (r) के अनुरूप बदलता है।
एक आवेशित बेलनाकार संधारित्र के वलयाकार अन्तराल में वैद्युत क्षेत्र की तीव्रता E का परिमाण किसके अनुरूप बदलता है?
एक प्रत्यावर्ती वोल्टेज E (वोल्ट में) = 200√2 sin (100t) को 1µF संधारित्र के साथ AC अमीटर में जोड़ा गया है। अमीटर का पाठ्यांक कितना होगा?
एक श्रेणी परिपथ में 50 ओम का प्रतिरोध, 1 mH प्रेरकत्व का एक 10 µF का संधारित्र जुड़े हुए हैं। प्रेरकत्व तथा संधारित्र के प्रतिघात समान हैं। इनमें से किसी एक का प्रतिघात 10 ओम होगा।
संधारित्र कितने चालकों का बना होता है?
संधारित्र की धारिता को C से प्रदर्शित किया जाता है।
संधारित्र की धारिता को किससे प्रदर्शित किया जाता है?
संधारित्र के सिरों पर विभवान्तर …
संधारित्र के सिरों पर विभवान्तर को किससे प्रदर्शित किया जाता है?
संधारित्र के सिरों पर विभवान्तर धारा से 90° पश्चगामी होता है।
संधारित्र के सिरों पर विभवान्तर धारा से कितना पश्चगामी होता है?
संधारित्र क्या हैं?
संधारित्र दो चालकों का बना होता है, जिसमें एक आवेशित एवं दूसरा भूमि से जुड़ा रहता है।
संधारित्र विद्युत आवेश का संग्रह करने वाला एक उपकरण है। इसमें दो समान्तर चालक विद्युतरोधी पदार्थों द्वारा पृथक रहते हैं।