कुतुबुद्दीन ऐबक को ‘हातिम द्वितीय’ की संज्ञा दानशीलता एवं उदारता के कारण दी गई थी।
चन्द्रगुप्त मौर्य की संज्ञा का प्राचीनतम अभिलेखीय साक्ष्य रुद्रदामन के जूनागढ़ अभिलेख से मिलता है।
प्रस्तावना को ‘भारतीय संविधान की आत्मा’ की संज्ञा किसने दी है?
प्रस्तावना को ‘भारतीय संविधान की आत्मा’ की संज्ञा जवाहरलाल नेहरू ने दी है।
भारत के साम्राज्य निर्माताओं की संज्ञा नन्दों को मिली है।
राजा रविवर्मा ‘चित्रकारों के राजकुमार’ तथा ‘राजकुमारों में चित्रकार’ की संज्ञा से सुविख्यात् हैं!