नचिकेता-यम का संवाद कठोपनिषद् में है।
मिनाण्डर एवं बौद्ध भिक्षु नागसेन के बीच संवाद का संकलन मिलिन्दपन्हों नामक ग्रंथ में है।
मिलिंदपन्हों पुस्तक में राजा मिलिंद और नागसेन का संवाद है।
याज्ञवलक्य गार्गी संवाद का वृहदारण्यक में वर्णन है।