संयुग्मित द्वि-आबन्ध – किसी अणु में संयुग्मित द्वि-आबन्ध होने का अर्थ है, यथाक्रम एकल एवं द्विबन्ध होना। इससे इलेक्ट्रॉन पूरे बन्ध डिलोकलाइज हो जाता है।
संयुग्मित द्वि-आबन्ध क्या है?