सरीसृप

“सरीसृपों का स्वर्ण युग” मीसोजोइक काल को कहा जाता है।

अण्डयुज के उदाहरण मछलियाँ, उभयचर, साँप व अन्य सरीसृप एवं पक्षी आदि है।

अतिपीतकी अण्डे पक्षी, सरीसृप एवं अस्थिमय मछलियों में पाये जाते है।

गोलार्धपीतकी अण्डे पक्षी, उभयचर एवं सरीसृप आदि में पाये जाते है।

टीलोलेसिथल अण्डे पक्षी, उभयचर एवं सरीसृप आदि में पाये जाते है।

टेट्रापोडा को चार वर्गों में वर्गीकृत किया गया है।

प्रोटोथीरिया सरीसृप और स्तनधारी के बीच की एक संयोजक कड़ी है।

वर्ग-सरीसृप (Reptilia) …

सरीसर्पों का अध्ययन सरीसृप विज्ञान के अन्तर्गत किया जाता है।

सरीसृप एवं प्रवाल तनुतापी प्राणी के उदाहरण हैं।

सरीसृप के अण्डे अतिपीतकी एवं गोलार्धपीतकी होते है।

सरीसृप के अण्डे कैसे होते है?

सरीसृप विज्ञान के अन्तर्गत सरीसर्पों या साँपों का अध्ययन किया जाता है।

सरीसृपों और पक्षियों के बीच की कड़ी आर्किओप्टेरिक्स (Archaeopteryx) है।

सरीसृपों और पक्षियों के बीच की कड़ी क्या है?

सरीसृपों का अध्ययन किसके अन्तर्गत किया जाता है?

सरीसृपों का अध्ययन हर्पेटोलॉजी के अन्तर्गत किया जाता है।

सरीसृपों का उत्सर्जी पदार्थ क्या है?

सरीसृपों का उत्सर्जी पदार्थ यूरिक अम्ल है।

सरीसृपों में 12 जोड़ी कपाल तन्त्रिकाएँ पायी जाती है।

सरीसृपों में कितने जोड़ी कपाल तन्त्रिकाएँ पायी जाती है?

साँपों के अध्ययन को सरीसृप विज्ञान कहते है।

हर्पेटोलॉजी के अन्तर्गत सरीसृपों का अध्ययन किया जाता है।

हर्पेटोलॉजी जन्तु विज्ञान की एक शाखा है जिसके अन्तर्गत सरीसृपों का अध्ययन किया जाता है।

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