असम में भक्ति का प्रचार-प्रसार शंकरदेव ने किया था।
शंकरदेव असमिया भाषा के प्रसिद्ध कवि ने मूर्तिपूजा और कर्मकांड दोनों का विरोध किया था।
शंकरदेव के द्वारा स्थापित सम्प्रदाय एक शरण सम्प्रदाय के रूप में प्रसिद्ध हुआ है।
शंकरदेव के द्वारा स्थापित सम्प्रदाय किस सम्प्रदाय के रूप में प्रसिद्ध हुआ है?
शंकरदेव ने असम में भक्ति का प्रचार-प्रसार असमिया भाषा में किया था।
शंकरदेव ने असम में भक्ति का प्रचार-प्रसार किस भाषा में किया था?