अरबों ने सिंध में दिरहम सिक्के का प्रचलन करवाया था।
गुलाम शासक इल्तुतमिश ने दो महत्वपूर्ण सिक्के ‘चांदी का टंका’ और ‘तांबे का जीतल’ प्रारम्भ किये थे।
चांदी का टका और तांबे का जीतल सिक्के किस शासक ने प्रारम्भ किये थे?
चांदी का टका और तांबे का जीतल सिक्के गुलाम शासक इल्तुतमिश ने प्रारम्भ किये थे।
तांबा के सिक्के को सल्तनत काल में क्या कहा जाता था?
तांबा के सिक्के को सल्तनत काल में दिरहम कहा जाता था।
फिरोजशाह तुगलक के शासनकाल में तांबा एवं चांदी के मिश्रण से निर्मित सिक्के को अद्धा एवं बिख कहा जाता था।
फिरोजशाह तुगलक के शासनकाल में तांबा एवं चांदी के मिश्रण से निर्मित सिक्के को क्या कहा जाता था?
भारत में सिक्के जारी करने के लिए वित्त मंत्रालय अधिकृत है।
भारत में सिक्कों को जारी करने के लिए वित्त मंत्रालय अधिकृत है।
मुगल काल में सबसे बड़ा सिक्का ‘शंसब’ कहलाता था।
मुगल काल में सबसे बड़ा सिक्का ‘शंसब’ किस धातु का बना था?
मुगल काल में सबसे बड़ा सिक्का ‘शंसब’ सोना धातु का बना था।
मुगल काल में सबसे बड़ा सिक्का क्या कहलाता था?
मुगल काल में स्वर्ण का सबसे प्रचलित सिक्के का क्या नाम था?
मुगल काल में स्वर्ण के सबसे प्रचलित सिक्के का नाम इलाही था।
मुगल शासन में ‘निसार’ नामक सिक्का किसने प्रचलित किया था?
मुगल शासन में ‘निसार’ नामक सिक्का जहाँगीर ने प्रचलित किया था।
विश्व में सर्वप्रथम सिक्का एवं कागजी मुद्रा का प्रचलन किस देश में हुआ था?
विश्व में सर्वप्रथम सिक्का एवं कागजी मुद्रा का प्रचलन चीन में हुआ था।
शशगानी (6 जीतल का) नामक सिक्का किस तुगलक शासक ने चलाया था?
शशगानी (6 जीतल का) नामक सिक्का फिरोजशाह तुगलक ने चलाया था।
सातवाहन काल में चांदी एवं तांबे के सिक्कों को कार्षापण कहा जाता था।
सातवाहन काल में चांदी एवं तांबे धातु के सिक्कों का प्रयोग होता था।
सिक्का क्या है?
सिक्का धातु की बनी हुई वह मुद्रा है जिसका मूल्य कम होता है।
सिक्कों पर तारीख लिखने की प्रथा अलाउद्दीन खिलजी ने शुरू की थी।
सिक्कों पर राजाओं के चित्र एवं तिथि लेखन की परिपाटी की शुरूआत यूनानियों ने किया था।