‘कीर्ति कौमुदी’ ग्रंथ के लेखक सोमेश्वर है।
‘रसमाला’ ग्रंथ के लेखक सोमेश्वर है।
चोलों से पराजित होने के कारण कल्याणी चालुक्य सोमेश्वर प्रथम ने करूवती के पास तुंगभद्रा नदी में डूबकर आत्महत्या की थी।
भोज परमार ने केदारेश्वर, सोमेश्वर, सोमनाथ, रामेश्वर तथा सुंडार मन्दिरों का निर्माण कराया था।