एन्यूरिन के स्त्रोत अनाज, फलियाँ, सोयाबीन, दूध, यीस्ट, अण्डे एवं मांस आदि है।
थायमीन की पूर्ती के लिए अनाज, फलियाँ, सोयाबीन, दूध, यीस्ट, अण्डे एवं माँस आदि का सेवन करना चाहिए।
थायमीन के स्त्रोत अनाज, फलियाँ, सोयाबीन, दूध, यीस्ट, अण्डे एवं मांस आदि है।
नैफ्थोक्विनोन की पूर्ती के लिए हरी पत्तियाँ, अण्डा, जिगर, टमाटर, गोभी, सोयाबीन एवं आँत के बैक्टीरिया आदि का सेवन करना चाहिए।
नैफ्थोक्विनोन के स्त्रोत हरी पत्तियाँ, अण्डा, जिगर, टमाटर, गोभी, सोयाबीन एवं आँत के बैक्टीरिया आदि है।
फिल्लोक्विनोन के स्त्रोत हरी पत्तियाँ, अण्डा, जिगर, टमाटर, गोभी, सोयाबीन एवं आँत के बैक्टीरिया आदि है।
बेरी-बेरी रोग से बचने के लिए अनाज, फलियाँ, सोयाबीन, दूध, यीस्ट, अण्डे एवं माँस का सेवन करना चाहिए।
भारत में सोयाबीन उत्पादन में द्वितीय राज्य महाराष्ट्र है।
भारत में सोयाबीन उत्पादन में प्रथम राज्य मध्य प्रदेश है।
वसा के मुख्य स्त्रोत घी, मक्खन, बादाम, पनीर, अण्डा, माँस, सोयाबीन एवं सभी वनस्पति तेल आदि है।
विटामिन-B1 …
विटामिन-B1 की पूर्ती के लिए अनाज, फलियाँ, सोयाबीन, दूध, यीस्ट, अण्डे एवं माँस आदि का सेवन करना चाहिए।
विटामिन-B1 के स्त्रोत अनाज, फलियाँ, सोयाबीन, दूध, यीस्ट, अण्डे एवं मांस आदि है।
विटामिन-K की पूर्ती के लिए हरी पत्तियाँ, अण्डा, जिगर, टमाटर, गोभी, सोयाबीन एवं आँत के बैक्टीरिया आदि का सेवन करना चाहिए।
विटामिन-K के स्त्रोत हरी पत्तियाँ, अण्डा, जिगर, टमाटर, गोभी, सोयाबीन एवं आँत के बैक्टीरिया आदि है।
विटामिन-K को फिल्लोक्विनोन (Phylloquinone) एवं नैफ्थोक्विनोन भी कहा जाता है।
सिफेलिन कशेरूकीय प्राणियों के मस्तिष्क एवं सोयाबीन में पाया जाता है।
सोयाबीन (Soyabean) का वानस्पतिक नाम ‘ग्लाइसिन सोजा’ है।
सोयाबीन (Soyabean) का वानस्पतिक नाम क्या है?
सोयाबीन उत्पादन में चतुर्थ देश भारत है।
सोयाबीन उत्पादन में तृतीय देश अर्जेंटीना है।
सोयाबीन उत्पादन में द्वितीय देश ब्राजील है।
सोयाबीन उत्पादन में प्रथम देश अमेरिका है।