नगरपालिकाओं और स्थानीय निकायों (1923-1924 ई०) के चुनाव में विशेष सफलता स्वराजियों ने प्राप्त की थी।
विट्ठलभाई पटेल को 1925 ई० में केन्द्रीय विधानमण्डल में चुना जाना स्वराजियों की महत्वपूर्ण उपलब्धि थी।