खंजरी वाद्य यंत्र का प्रयोग ताल के सन्दर्भ में संगीत के लिए होता है।
ढप वाद्य यंत्र का प्रयोग ताल के सन्दर्भ में संगीत के लिए होता है।
ढोलक वाद्य यंत्र का प्रयोग ताल के सन्दर्भ में संगीत के लिए होता है।
तार वाद्य यंत्र का प्रयोग ताल के सन्दर्भ में संगीत के लिए होता है।
नक्कारा वाद्य यंत्र का प्रयोग ताल के सन्दर्भ में संगीत के लिए होता है।
भरतनाट्यम नृत्य शैली की जातिस्वरम् मुद्रा का तात्पर्य स्वर एवं ताल के माध्यम से प्रदर्शन करना होता है।
भरतनाट्यम नृत्य शैली की वर्णम् मुद्रा का तात्पर्य भाव, राग एवं ताल तीनों की समयक् प्रस्तुति होती है।
मृदंग वाद्य यंत्र का प्रयोग ताल के सन्दर्भ में संगीत के लिए होता है।