तैत्तिरीय उपनिषद् में प्रजापति द्वारा इन्द्र को राजा नियुक्त किये जाने की चर्चा है।
महात्मा बुद्ध के तैत्तिरीय उपनिषद् के स्रोत का सम्बन्ध अष्टांगिक मार्ग से है।