एस्कॉर्बिक अम्ल की पूर्ती के लिए नींबू वंश के फल, टमाटर, सब्जियाँ, आँवला, आलू, अमरूद एवं मिर्च आदि का सेवन करना चाहिए।
एस्कॉर्बिक अम्ल के स्त्रोत नींबू-वंश के फल, आँवला, रसीले फल, अमरूद, टमाटर एवं मिर्च आदि है।
एस्कॉर्बेट की पूर्ती के लिए नींबू वंश के फल, टमाटर, सब्जियाँ, आँवला, आलू, अमरूद एवं मिर्च आदि का सेवन करना चाहिए।
एस्कॉर्बेट के स्त्रोत नींबू-वंश के फल, आँवला, रसीले फल, अमरूद, टमाटर एवं मिर्च आदि है।
टमाटर (Tomato) का वानस्पतिक नाम ‘लाइकोपर्सिकम एसक्लेण्टम’ है।
टमाटर (Tomato) का वानस्पतिक नाम क्या है?
टमाटर उत्पादन में चतुर्थ देश तुर्की है।
टमाटर उत्पादन में तृतीय देश यू. एस. ए. है।
टमाटर उत्पादन में द्वितीय देश भारत है।
टमाटर उत्पादन में प्रथम देश चीन है।
टमाटर का वृहत् कलिका रोग माइकोप्लाज्मा के कारण होता है।
नैफ्थोक्विनोन की पूर्ती के लिए हरी पत्तियाँ, अण्डा, जिगर, टमाटर, गोभी, सोयाबीन एवं आँत के बैक्टीरिया आदि का सेवन करना चाहिए।
नैफ्थोक्विनोन के स्त्रोत हरी पत्तियाँ, अण्डा, जिगर, टमाटर, गोभी, सोयाबीन एवं आँत के बैक्टीरिया आदि है।
पैन्टोथीनिक अम्ल की पूर्ती के लिए जिगर, माँस, दूध, टमाटर, मूँगफली, गन्ने एवं अण्डे आदि का सेवन करना चाहिए।
पैन्टोथीनिक अम्ल के स्त्रोत जिगर, माँस, दूध, टमाटर, मूँगफली एवं अण्डे आदि है।
फिल्लोक्विनोन के स्त्रोत हरी पत्तियाँ, अण्डा, जिगर, टमाटर, गोभी, सोयाबीन एवं आँत के बैक्टीरिया आदि है।
विटामिन-B5 की पूर्ती के लिए जिगर, माँस, दूध, टमाटर, मूँगफली, गन्ने एवं अण्डे आदि का सेवन करना चाहिए।
विटामिन-C के स्त्रोत नींबू-वंश के फल, आँवला, रसीले फल, अमरूद, टमाटर एवं मिर्च आदि है।
विटामिन-K की पूर्ती के लिए हरी पत्तियाँ, अण्डा, जिगर, टमाटर, गोभी, सोयाबीन एवं आँत के बैक्टीरिया आदि का सेवन करना चाहिए।
विटामिन-K के स्त्रोत हरी पत्तियाँ, अण्डा, जिगर, टमाटर, गोभी, सोयाबीन एवं आँत के बैक्टीरिया आदि है।
विटामिन-K को फिल्लोक्विनोन (Phylloquinone) एवं नैफ्थोक्विनोन भी कहा जाता है।
स्कर्वी रोग से बचने के लिए आँवला, रसीले फल, अमरूद, टमाटर एवं मिर्च आदि का सेवन करना चाहिए।