‘शिलप्पादिकारम्’ तमिल साहित्य का महाकाव्य है।
कुंडलकेशि’ (कुण्जलकेशि) तमिल साहित्य का महाकाव्य है।
जीवक चिन्तामणि’ तमिल साहित्य का महाकाव्य है।
मणिमेखलै’ तमिल साहित्य का महाकाव्य है।
वलयपलि’ (बलयापदि) तमिल साहित्य का महाकाव्य है।