0.004 मी चौड़ाई के एक रेखा छिद्र पर 0.2 सेमी तरंगदैर्ध्य की तरंग अभिलम्बवत् आपतित करने पर विवर्तन प्रतिरूप में केन्द्रीय उच्चिष्ठ के अर्द्धकोणीय विस्तार का मान 30° होगा।
0.004 मी चौड़ाई के एक रेखा छिद्र पर 0.2 सेमी तरंगदैर्ध्य की तरंग अभिलम्बवत् आपतित करने पर विवर्तन प्रतिरूप में केन्द्रीय उच्चिष्ठ के अर्द्धकोणीय विस्तार का मान कितना होगा?
0.2 मिमी चौड़ाई की एकल स्लिट 500 नैनोमीटर तरंगदैर्ध्य के प्रकाश से प्रदीप्त होती है। पर्दा, स्लिट से 80 सेमी दूर रखा जाता है, तो केन्द्रीय दीप्त फ्रिन्ज की चौड़ाई 4 मिमी होगी।
0.2 मिमी चौड़ाई की एकल स्लिट 500 नैनोमीटर तरंगदैर्ध्य के प्रकाश से प्रदीप्त होती है। पर्दा, स्लिट से 80 सेमी दूर रखा जाता है, तो केन्द्रीय दीप्त फ्रिन्ज की चौड़ाई कितनी होगी?
2000 K ताप पर एक कृष्णिका से उत्सर्जित अधिकतम तरंगदैर्ध्य λm है। 3000 K ताप पर संगत तरंगदैर्ध्य 2λm/3 होगी।
2000 K ताप पर एक कृष्णिका से उत्सर्जित अधिकतम तरंगदैर्ध्य λm है। 3000 K ताप पर संगत तरंगदैर्ध्य कितनी होगी?
3000 Å मात्रक के तरंगदैर्ध्य के प्रकाश की आवृत्ति …
3000 Å मात्रक के तरंगदैर्ध्य के प्रकाश की आवृत्ति का मान …
3000 Å मात्रक के तरंगदैर्ध्य के प्रकाश की आवृत्ति का मान क्या होगा?
3000 Å मात्रक के तरंगदैर्ध्य के प्रकाश की आवृत्ति कितनी होगी?
4000 Å तरंगदैर्ध्य का प्रकाश सोडियम की सतह पर आपतित है। सोडियम सतह के लिये प्रकाश इलेक्ट्रॉन की देहली तरंगदैर्ध्य 5420 Å है, तो सोडियम का कार्य-फलन 2.29 eV होगा।
4000 Å तरंगदैर्ध्य का प्रकाश सोडियम की सतह पर आपतित है। सोडियम सतह के लिये प्रकाश इलेक्ट्रॉन की देहली तरंगदैर्ध्य 5420 Å है, तो सोडियम का कार्य-फलन कितना होगा?
4400 Å तरंगदैर्ध्य का फोटॉन निर्वात से गुजरता है। फोटॉन का प्रभावी मान …
4400 Å तरंगदैर्ध्य का फोटॉन निर्वात से गुजरता है। फोटॉन का प्रभावी मान कितना होगा?
4400 Å तरंगदैर्ध्य का फोटॉन निर्वात से गुजरता है। फोटॉन का संवेग …
4400 Å तरंगदैर्ध्य का फोटॉन निर्वात से गुजरता है। फोटॉन का संवेग कितना होगा?
5.0 सेमी चौड़े एक रेखा छिद्र को 1.0 सेमी तरंगदैर्ध्य की सूक्ष्म तरंगों द्वारा लम्बवत् प्रदीप्त किया जाता है। तब केन्द्रीय दीप्त का आपतित प्रकाश के दोनों ओर कोणीय प्रसार कितना होगा?
5000 Å तरंगदैर्ध्य और I तीव्रता वाले प्रकाश की उपस्थिति में प्रकाश वैद्युत संतृप्त धारा 0.4 µA तथा निरोधी विभव 1.36 V है। धातु का कार्य-फलन 1.1 eV होगा।
5000 Å तरंगदैर्ध्य और I तीव्रता वाले प्रकाश की उपस्थिति में प्रकाश वैद्युत संतृप्त धारा 0.4 µA तथा निरोधी विभव 1.36 V है। धातु का कार्य-फलन कितना होगा?
5000 Å तरंगदैर्ध्य वाले फोटॉन का संवेग …
5000 Å तरंगदैर्ध्य वाले फोटॉन का संवेग कितना होगा?
700 K ताप पर किसी वस्तु से उत्सर्जित अधिकतम ऊर्जा की तरंगदैर्ध्य 4.08 माइक्रोमीटर है। यदि वस्तु का ताप बढ़ाकर 1400 K कर दिया जाए, तो अधिकतम ऊर्जा की तरंगदैर्ध्य 2.04 माइक्रोमीटर होगी।
700 K ताप पर किसी वस्तु से उत्सर्जित अधिकतम ऊर्जा की तरंगदैर्ध्य 4.08 माइक्रोमीटर है। यदि वस्तु का ताप बढ़ाकर 1400 K कर दिया जाए, तो अधिकतम ऊर्जा की तरंगदैर्ध्य क्या होगी?
d मोटाई के रेखा पर तरंगदैर्ध्य λ का प्रकाश आपतित होता है …
d मोटाई के रेखा पर तरंगदैर्ध्य λ का प्रकाश आपतित होता है, परिणामी विवर्तन प्रारूप D दूरी पर रखे पर्दे पर देखा जाता है। तब केन्द्रीय दीप्त की रेखीय चौड़ाई, रेखा छिद्र की चौड़ाई के बराबर होगी, यदि D का मान कितना होगा?
X-किरणों का तरंगदैर्ध्य 10 से 0.01 नैनोमीटर होता है।
X-किरणों का तरंगदैर्ध्य कितना होता है?
X-किरणों की आवृत्ति ज्ञात करने का सूत्र …
X-किरणों की तरंगदैर्ध्य की कोटी 1 Å होती है।
X-किरणों की तरंगदैर्ध्य की कोटी कितनी होती है?
X-किरणों की न्यूनतम तरंगदैर्ध्य (Minimum Wavelength of X-Rays) …
X-किरणों की न्यूनतम तरंगदैर्ध्य (Minimum Wavelength of X-Rays) क्या है?
X-किरणों की न्यूनतम तरंगदैर्ध्य का मान …
X-किरणों की न्यूनतम तरंगदैर्ध्य का मान कितना होता है?
अधिकतम तरंगदैर्ध्य …
अधिकतम तरंगदैर्ध्य को किससे प्रदर्शित किया जाता है?
अवरक्त तरंगों का तरंगदैर्ध्य …
अवरक्त तरंगों का तरंगदैर्ध्य कितना होता है?
अवरक्त तरंगों की तरंगदैर्ध्य …
अवरक्त तरंगों की तरंगदैर्ध्य कितनी होती है?
आकाशीय तरंगों की तरंगदैर्ध्य 200 मी से कम होती है।
आकाशीय तरंगों की तरंगदैर्ध्य कितनी होती है?
आपतित किरण की देहली आवृत्ति प्रत्येक उत्सर्जक धातु के लिये एक निश्चित न्यूनतम आवृत्ति या अधिकतम तरंगदैर्ध्य को कहते है।
ऊष्मीय तरंगों का तरंगदैर्ध्य …
ऊष्मीय तरंगों का तरंगदैर्ध्य कितना होता है?
ऊष्मीय तरंगों की तरंगदैर्ध्य …
ऊष्मीय तरंगों की तरंगदैर्ध्य कितनी होती है?
एक 1.07 eV कार्य-फलन के धातु पृष्ठ को 332 nm तरंगदैर्ध्य के प्रकाश से प्रकाशित किया जाता है। फोटो-इलेक्ट्रॉन के निकलने को रोकने के लिये निरोधी विभव का मान 2.66 V होना चाहिए।
एक 1.07 eV कार्य-फलन के धातु पृष्ठ को 332 nm तरंगदैर्ध्य के प्रकाश से प्रकाशित किया जाता है। फोटो-इलेक्ट्रॉन के निकलने को रोकने के लिये निरोधी विभव का मान कितना होगा?
एक p-प्रारूपी के अर्द्धचालक में ग्राही स्तर संयोजकता बैण्ड से 57 meV ऊपर स्थित है। एक विवर उत्पन्न करने के लिए प्रकाश का आवश्यक अधिकतम तरंगदैर्ध्य 217100 Å होगा।
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