तरंगाग्र

किरण (ray) तरंगाग्र के लम्बवत् खींची गई रेखा को कहते है जो तरंग के संचरण की दिशा को प्रदर्शित करती है।

किसी माध्यम में किसी क्षण खींचा गया ऐसा काल्पनिक पृष्ठ जिसमें स्थित सभी कण कम्पन की समान कला में हों, उस पृष्ठ को तरंगाग्र (Wave-Front) कहते है।

तरंगाग्र (Wave-Front) एक काल्पनिक पृष्ठ को कहते है जो एक तरंग के सम्बन्धित बिंदुओं का प्रतिनिधित्व करता है जो एकसमान कंपन करती है।

तरंगाग्र (Wave-Front) एक काल्पनिक पृष्ठ है जो एक तरंग के सम्बन्धित बिंदुओं का प्रतिनिधित्व करती है जो एकसमान कंपन करती है।

तरंगाग्र (Wave-Front) किसे कहते है?

तरंगाग्र (Wave-Front) क्या है?

तरंगाग्र कितनी आकृतियों के होते है?

तरंगाग्र कितने आकृतियों के होते हैं?

तरंगाग्र कितने प्रकार की आकृतियों के होते हैं?

तरंगाग्र कितने प्रकार के होते हैं?

तरंगाग्र के लम्बवत् खींची गई रेखा जो तरंग के संचरण की दिशा को प्रदर्शित करती है, उसे किरण (ray) कहते है।

तरंगाग्र के लम्बवत् खींची गई रेखा जो तरंग के संचरण की दिशा को प्रदर्शित करती है, उसे क्या कहते है?

तरंगाग्र क्या है?

तरंगाग्र तीन आकृतियों के होते है।

तरंगाग्र तीन आकृतियों के होते है।

तरंगाग्र तीन प्रकार के आकृतियों के होते है।

तरंगाग्र तीन प्रकार के होते है।

तरंगाग्र समान कला में दोलन करते ऐसे सभी बिन्दुओं का बिंदु पथ को कहते है …

माध्यम में वह पृष्ठ जिसमें स्थित सभी कण समान कला में कम्पन करते हैं, तो उसे तरंगाग्र (Wave-Front) कहते है।

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