पीरों को अलौकिक शक्ति का प्रतीक होने के कारण उनकी खानकाहों में बड़ी संख्याओं में कौन उपस्थित होता था?
पीरों को अलौकिक शक्ति का प्रतीक होने के कारण उनकी खानकाहों में बड़ी संख्याओं में मुरीद उपस्थित होते थे।
संगम साहित्य के तृतीय संगम में प्रमुख उपस्थित व्यक्ति नक्कीरर (अध्यक्ष), पाण्ड्य राजा उद्र, सित्तलै सित्तनार कपिलर, परनर आदि थे।
संगम साहित्य के प्रथम संगम में उपस्थित प्रमुख देवता अगस्त्य, तिरिपुरामेरीथा (शिव), कुमरामेरिंडा (मुरूगन या सुब्रह्मण्यम), एवं मुरांजीयुर (आदि शेष) थे।