उर्वरक उत्पादन में भारत का विश्व में कौन सा स्थान है?
उर्वरक उत्पादन में भारत का विश्व में तीसरा स्थान है।
किस प्रकार के उर्वरकों की पूर्ति के लिए भारत पूर्णतः आयातों पर निर्भर है?
कुल उर्वरकों के प्रयोग की दृष्टि से विश्व में भारत का कौन सा स्थान है?
कुल उर्वरकों के प्रयोग की दृष्टि से विश्व में भारत का तीसरा स्थान है।
पोटैशिक उर्वरकों की पूर्ति के लिए भारत पूर्णतः आयातों पर निर्भर है।
भारत किस उर्वरक के लिए पूरी तरह आयात पर निर्भर रहता है?
भारत की मिट्टी में किन दो तत्वों की कमी के कारण उर्वरकों के उपभोग को अधिक आवश्यक बनाती है?
भारत की मिट्टी में फॉस्फोरस एवं नाइट्रोजन तत्वों की कमी के कारण उर्वरकों के उपभोग को अधिक आवश्यक बनाती है।
भारत में नाइट्रोजनी रासायनिक उर्वरक की खपत सर्वाधिक है।
भारत में प्रति हेक्टेयर उर्वरक की खपत 128.02 किलोग्राम है।
भारत में प्रति हेक्टेयर उर्वरक की खपत कितने किलोग्राम है?
भारत में रासायनिक उर्वरकों के दो बड़े उपभोक्ता राज्य पंजाब एवं हरियाणा हैं।
मुख्य रुप से उर्वरक कितने प्रकार के होते हैं?
मुख्य रुप से तीन प्रकार के उर्वरक होते हैं।
विश्व में उर्वरकों का सर्वाधिक प्रयोग किस देश में होता है?
विश्व में उर्वरकों का सर्वाधिक प्रयोग चीन में होता है।
हनुमंत राव समिति उर्वरक से संबंधित है।