एक वैद्युत द्विध्रुव जब एकसमान वैद्युत क्षेत्र E में रखा जाता है …
एक वैद्युत द्विध्रुव जब एकसमान वैद्युत क्षेत्र E में रखा जाता है जो उसकी स्थितिज ऊर्जा न्यूनतम होने के लिए उसके द्विध्रुव आघूर्ण की धनात्मक दिशा व वैद्युत क्षेत्र E की दिशा की बीच के कोण का मान कितना होगा?
दो वैद्युत द्विध्रुव जिनके द्विध्रुव आघूर्ण p व 64p है …
दो वैद्युत द्विध्रुव जिनके द्विध्रुव आघूर्ण p व 64p है, किसी रेखा पर 25 सेमी की दूरी पर विपरीत दिशा में रखे हैं। इनके मध्य किसी बिन्दु पर वैद्युत क्षेत्र शून्य हो तो p द्विध्रुव आघूर्ण वाले द्विध्रुव से इस बिन्दु की दूरी कितनी होगी?
द्विध्रुव को क्षेत्र से θ कोण पर घुमाने में द्विध्रुव की वैद्युत स्थितिज ऊर्जा ज्ञात करने का सूत्र …
यदि वैद्युत द्विध्रुव वैद्युत क्षेत्र के समान्तर स्थित है तो द्विध्रुव पर कुल बल कितना होता है?
यदि वैद्युत द्विध्रुव वैद्युत क्षेत्र के समान्तर स्थित है तो द्विध्रुव पर कुल बल शून्य होता है।
वह निकाय जिसमें दो बराबर, परन्तु विपरीत प्रकार के बिन्दु-आवेश एक-दूसरे से अल्प दूरी पर स्थित होते हैं, उसे वैद्युत द्विध्रुव (Electric Dipole) कहते है।
वह निकाय जिसमें दो समान परन्तु विपरीत प्रकृति के आवेशित कण अन्यन्त कम दूरी पर स्थित होते है, उस निकाय को वैद्युत द्विध्रुव (Electric Dipole) कहते है।
वह निकाय जिसमें दो समान परन्तु विपरीत प्रकृति के आवेशित कण अन्यन्त कम दूरी पर स्थित होते है, उसे वैद्युत द्विध्रुव (Electric Dipole) कहते है।
वैद्युत क्षेत्र में क्षेत्र से θ कोण पर रखे वैद्युत द्विध्रुव पर आरोपित बल आघूर्ण ज्ञात करने का सूत्र …
वैद्युत क्षेत्र में क्षेत्र से θ कोण पर रखे वैद्युत द्विध्रुव पर आरोपित बल आघूर्ण ज्ञात करने का सूत्र क्या है?
वैद्युत द्विध्रुव (Electric Dipole) किसे कहते है?
वैद्युत द्विध्रुव आवेशों का एक युग्म है जिसमें समान परन्तु विपरित प्रकृति के दो आवेशित कण अन्यन्त कम दूरी पर स्थित होते है।
वैद्युत द्विध्रुव की निरक्षीय रेखा पर स्थित बिन्दु पर वैद्युत क्षेत्र की दिशा अपने द्विध्रुव आघूर्ण की दिशा के किस दिशा में होगी?
वैद्युत द्विध्रुव की निरक्षीय रेखा पर स्थित बिन्दु पर वैद्युत क्षेत्र की दिशा अपने द्विध्रुव आघूर्ण की दिशा के विपरीत दिशा में होगी।
वैद्युत द्विध्रुव के कारण वैद्युत क्षेत्र (Electric field due to Electric dipole) – दोनों आवेशों के कारण उत्पन्न वैद्युत क्षैत्र ज्ञात करके दोनों का सदिश योग करने पर दिए गए बिन्दु पर परिणामी वैद्युत क्षैत्र की तीव्रता प्राप्त होती है।
वैद्युत द्विध्रुव के कारण वैद्युत क्षेत्र (Electric field due to Electric dipole) क्या है?
वैद्युत द्विध्रुव क्या है?
वैद्युत-चुम्बकीय क्षेत्र E की बल रेखाओं के अभिलम्बवत् एक वैद्युत द्विध्रुव रखा गया है, तो उसे 180° के कोण से घुमाने के लिए किया गया कार्य कितना होगा?
वैद्युत-चुम्बकीय क्षेत्र E की बल रेखाओं के अभिलम्बवत् एक वैद्युत द्विध्रुव रखा गया है, तो उसे 180° के कोण से घुमाने के लिए किया गया कार्य शून्य होगा।