कल्याणी के चालुक्यों का पारिवारिक चिन्ह वराह था।
विष्णु दस अवतारों के मत्स्य, कूर्म, वराह (शूकर), नरसिंह, वामन, परशुराम (भृगुपति), राम, बलराम (कृष्ण), बुद्ध एवं कल्कि हैं।
हूणराज तोरमाण का लेख वराह भगवान पर अंकित है।