काकतीय शासक गणपतिदेव ने अपनी राजधानी वारंगल में स्थापित की थी।
तेलंगाना में वारंगल किस खनिज उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है?
तेलंगाना में वारंगल किस खनिज पदार्थ के लिए प्रसिद्ध है?
तेलंगाना में वारंगल सोना के लिए प्रसिद्ध है।
तेलंगाना में वारंगल स्वर्ण उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है।
वारंगल किस खनिज उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है?
वारंगल किस खनिज के उत्खनन के लिए प्रसिद्ध है?
वारंगल किस खनिज पदार्थ के लिए प्रसिद्ध है?
वारंगल के काकतीय वंश का अन्तिम शासक कौन था?
वारंगल के काकतीय वंश का अन्तिम शासक प्रतापरुद्रदेव था।
वारंगल के काकतीय वंश का शासनकाल 1000 ईसवी से 1323 ईसवी तक था।
वारंगल के काकतीय वंश का शासनकाल कब से कब तक था?
वारंगल के काकतीय वंश का संस्थापक कौन था?
वारंगल के काकतीय वंश का संस्थापक बेतराज प्रथम था।
वारंगल सोना के लिए प्रसिद्ध है।
वारंगल स्वर्ण खनिज उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है।
वारंगल स्वर्ण खनिज के उत्खनन के लिए प्रसिद्ध है।
संसार का प्रसिद्ध कोहिनूर हीरा वारंगल के शासक ‘प्रतापरुद्रदेव’ ने अलाउद्दीन खिलजी के सेनापति मलिक काफूर को दिया था।
संसार का प्रसिद्ध कोहिनूर हीरा वारंगल के शासक ने अलाउद्दीन खिलजी के सेनापति मलिक काफूर को दिया था।