1818 ई0 में पहला सूती वस्त्र कारखाना पश्चिम बंगाल के ‘फोर्ट ग्लास्टर’ में शुरु हुआ था।
आर्य तीन प्रकार के वस्त्रों का उपयोग करते थे।
आर्याें के उपयोग किये जाने वाले मुख्यतः तीन प्रकार के वस्त्रों का नाम वास, अधिवास और उष्णीष था।
कपड़ा या वस्त्र एक लचीला पदार्थ है जिसमें प्राकृतिक या कृत्रिम फैब्रिक का प्रयोग होता है जिसे यार्न या धागा कहते है।
कपड़ा या वस्त्र क्या है?
चोलों की राजधानी उरैयुर सूती वस्त्र के लिए प्रसिद्ध था।
भारत में सूती वस्त्र एवं मशीनरी का सर्वाधिक निर्यात मुम्बई बन्दरगाह से होता है।
मध्य प्रदेश में नेपानगर वस्त्र उद्योग के लिए प्रसिद्ध है।
सैंधववासी सूती एवं ऊनी वस्त्रों का प्रयोग करते थे।