नरसिंहवर्मन प्रथम ने वातापीकोण्ड एवं महामल्ल उपाधियां धारण की थी।
पुलकेशिन द्वितीय को मारने के बाद नरसिंहवर्मन ने ‘वातापीकोण्ड की उपाधि’ धारण की थी।