अलवार विष्णु के भक्त थे।
अलवार संत विष्णु के उपासक थे।
ऋग्वैदिक काल में विश्व के संरक्षक एवं पालनकर्ता देवता का सम्बन्ध विष्णु देवता से था।
गुप्तकाल में त्रिमूर्ति के अन्तर्गत ब्रह्मा, विष्णु और महेश की पूजा आरम्भ हुई थी।
राजाओं की वंशावली पायी जाने वाली पांच पुराणों के नाम मत्स्य, वायु, विष्णु, ब्राह्मण एवं भागवत है।
विष्णु के दस अवतारों का उल्लेख मत्स्य पुराण में मिलता है।
विष्णु दस अवतारों के मत्स्य, कूर्म, वराह (शूकर), नरसिंह, वामन, परशुराम (भृगुपति), राम, बलराम (कृष्ण), बुद्ध एवं कल्कि हैं।
विष्णु पुराण का उल्लेख मणिमेखलै अभिलेख में मिलता है।
संगम युग में इन्द्र, मुरूगन, शिव, विष्णु, कृष्ण, बलराम को संयुक्त रूप से ‘देववृन्द’ कहा जाता था।
संगम युग में इन्द्र, मुरूगन, शिव, विष्णु, कृष्ण, बलराम को संयुक्त रूप से क्या कहा जाता था?