सल्तनत काल के ऐतिहासिक ग्रंथ शंकर विजय के लेखक का नाम विद्यारण्य था।
हरिहर एवं बुक्का ने विद्यारण्य सन्त के आशीर्वाद से विजयनगर साम्राज्य की नींव डाली थी।