Notes

तृतीय कोटि अभिक्रिया उस रासायनिक अभिक्रिया को कहते है जिसका वेग तीन अभिकारक अणुओं (चाहे वो समान हो या भिन्न हो) की सान्द्रता बढ़ने या घटने से प्रभावित होता है।

तृतीय कोटि अभिक्रिया उस रासायनिक अभिक्रिया को कहते है जिसका वेग तीन अभिकारक अणुओं (चाहे वो समान हो या भिन्न हो) की सान्द्रता बढ़ने या घटने से प्रभावित होता है।
उदाहरण –
(i) 2NO + O2 → 2NO2
(ii) 2NO + Cl2 → 2NOCl