Notes
उभयनिष्ठ-उत्सर्जक प्रवर्धक से तीन प्रकार के लाभ प्राप्त होते हैं।
उभयनिष्ठ-उत्सर्जक प्रवर्धक से तीन प्रकार के लाभ प्राप्त होते हैं।
(a) धारा-लाभ (Current gain)
(b) वोल्टेज-लाभ (Voltage gain)
(c) शक्ति-लाभ (Power gain)
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Hinglish Excerpt
Ubhayanishth-utsarjak pravardhak se teen prakar ke labh prapt hote hain.
Tags: उभयनिष्ठ-उत्सर्जक प्रवर्धकधारा-लाभवोल्टेज-लाभशक्ति-लाभ
Subjects: Physics