Notes

वह रासायनिक अभिक्रिया जिसकी दर अभिकारक की सांद्रता के समानुपाती होती है अर्थात् अभिक्रिया का वेग एक अभिकारक के अणु की सान्द्रता बढ़ने पर या घटने पर प्रभावित होती है, उस अभिक्रिया को प्रथम कोटि अभिक्रिया कहा जाता है।

वह रासायनिक अभिक्रिया जिसकी दर अभिकारक की सांद्रता के समानुपाती होती है अर्थात् अभिक्रिया का वेग एक अभिकारक के अणु की सान्द्रता बढ़ने पर या घटने पर प्रभावित होती है, उस अभिक्रिया को प्रथम कोटि अभिक्रिया कहा जाता है।
उदाहरण –
(i) 2N2O5 → 4NO2 + O2
(ii) NH4NO2 → N2 + 2H2O