Notes
विद्युत वाहक बल आवेश को निम्न से उच्च स्थितिज ऊर्जा (अर्थात स्त्रोत के एक टर्मिनल से दूसरे तक) की ओर ले जाने में स्त्रोत द्वारा प्रति एकांक आवेश पर किया गया कार्य है …
विद्युत वाहक बल आवेश को निम्न से उच्च स्थितिज ऊर्जा (अर्थात स्त्रोत के एक टर्मिनल से दूसरे तक) की ओर ले जाने में स्त्रोत द्वारा प्रति एकांक आवेश पर किया गया कार्य है। विद्युत वाहक बल एक बल नहीं है, बल्कि यह खुले परिपथ में स्त्रोत के दोनों टर्मिनलों के बीच वोल्टता है।
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SubscribeVidyut vaahak bal aavesh ko nimn se uchch sthitij urja (arthaat strot ke ek terminal se doosare tak) kee or le jaane mein strot dvaara prati ekaank aavesh par kiya gaya kaary hai …
Tags: विद्युत वाहक बल
Subjects: Physics
Nice answer
Einstain ka chinti ka experiment kya hai