Question

यदि एक प्रेरक का फ्लक्स दूसरे प्रेरक से सम्बद्ध हो जाये तब अन्योन्य प्रेरकत्व महत्वपूर्ण स्थान ले लेता है। इस स्थिति में श्रेणी क्रम में कुण्डलियों के युग्मों का तुल्य प्रेरकत्व ज्ञात करने का सूत्र क्या होगा?

Answer

यदि एक प्रेरक का फ्लक्स दूसरे प्रेरक से सम्बद्ध हो जाये तब अन्योन्य प्रेरकत्व महत्वपूर्ण स्थान ले लेता है। इस स्थिति में श्रेणी क्रम में कुण्डलियों के युग्मों का तुल्य प्रेरकत्व ज्ञात करने का सूत्र - L = L1 + L2 ± 2 M